वाराणसी : बहुजन समाजवादी पार्टी की पूर्व मेयर प्रत्याशी सुधा चौरसिया ने बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती पर पैसे की देवी और कार्यकर्ताओं को पैसे की मशीन समझने वाली मुखिया बताया है. उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि मैं पिछले 15 वर्षों से पार्टी की सेवा कार्यकर्ता के रूप में कर रही हूं और मेरी हर तरफ से उपेक्षा से त्रस्त होकर आर्थिक, शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न झेलना पड़ रहा है. इस कारण मैं पार्टी के सभी पदों के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दी. उन्होंने आगे कहा की मुझसे मेयर के टिकट के लिए रुपये की डिमांड की गई है. मुझे रात में फ़ोन आता है की 3 लाख रुपया की तुरंत व्यवस्था करने को कहा जाता है पर मेरे द्वारा सुबह का समय मांगने पर किसी और को टिकट दे दिया जाता है.
बहुजन समाज पार्टी की पूर्व मेयर प्रत्याशी सुधा चौरसिया ने पार्टी कोऑर्डिनेटर जोन अमरजीत गौतम पर टिकट के लेनदेन पर पैसे का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती जी द्वारा वाराणसी में अमरजीत को कोऑर्डिनेटर बनाया गया है. जो पार्टी के नाम पर लोगों से टिकट के नाम पर पैसे उतारने का काम करते हैं. सुधा चौरसिया ने बताया कि अमरजीत गौतम ने दूसरे के माध्यम से पैसे की मांग की अगर सुधा मांग नहीं मानती है तो दूसरे को चुनाव लड़ाया जाएगा.
सुधा चौरसिया ने आगे आरोप लगाते हुए बताया कि विधानसभा चुनाव 2022 में 15 लाख रुपए की मांग की गई थी. जिस पर मेरे द्वारा कुछ समय मांगने पर किसी और को प्रत्याशी बना दिया गया. वहीं मेयर 2023 चुनाव को लेकर भी ₹3 लाख की डिमांड की गई थी मेरे द्वारा सुबह पैसे देने की बात की गई तो रातों-रात किसी और को प्रत्याशी बना दिया गया है.
सुधा चौरसिया ने आगे बताया कि बहुजन समाज पार्टी के जो कार्य करता है वह कई सालों से पार्टी के लिए कार्य कर रहे हैं. हर कोई कार्यकर्ता चाहता है कि उन्हें चुनाव में पार्टी की तरफ से पार्षद विधानसभा यह मेहर का टिकट मिले जिससे और चुनाव लड़ सके लेकिन इसके बावजूद भी पार्टी में पैसे की मांग की जाती है तो कार्यकर्ता आहत हो जाते हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बहुजन समाज पार्टी अब काशीराम के विचारों पर नहीं चल रही है उनका जो विचार था गरीबों असहाय एवं वंचितों को न्याय दिलाने का उसे छोड़कर अब बहुजन समाज पार्टी में सिर्फ पैसे की बात की जाती है और पैसा पर टिकी हुई है.