वाराणसी: पूर्वांचल की सबसे लोकप्रिय मंडी दालमंडी चौड़ीकरण को लेकर अब कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके साथ दालमंडी की पहली दुकान को तोड़ने का भी काम शुरू हो गया. इस दौरान स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि मुआवजा के तौर पर बहुत कम राशि दी गई है. लोगों में आक्रोश देखने को मिला. डीसीपी गौरव बंसवाल भारी फोर्स के साथ दालमंडी पहुंचे. उन्होंने कहा कि आज पहली दुकान तोड़ी जा रही है. दालमंडी को रोड सकरी होने के कारण यहां हथौड़ी एवं ड्रिल मशीन से ही दुकानें तोड़ी जाएंगी.
वाराणसी में हकीम मोहम्मद जफर मार्ग यानी दालमंडी को चौड़ीकरण को लेकर लगातार शासन प्रशासन द्वारा प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। नगर निगम एवं पीडब्ल्यूडी द्वारा सत्यापन एवं टैक्स बाकी वसूली की प्रक्रिया की जा रही थी।
पहले सर्वे, नोटिस और दस्तावेजों के जमा होने के बाद दुकानों-मकानों के ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिसमें तीन से चार मकान का बैनामा कराया जा चुका है।
इस दौरान नगर निगम की टीम बुधवार को हथौड़ा और ड्रिल मशीन लेकर दालमंडी पहुंची। रोड़ों की नापी कर फोटो स्टेट की एक दुकान पर हथौड़ा एवं ड्रिल मशीन से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। दोस्ती कारण की सूचना मिलते ही दालमंडी बाजार में दाल मंडी बाजार में हड़कंप मच गया और लोगों की भीड़ जुटाने लगी।
डीसीपी गौरव बंसवाल ने बताया कि जिन भवन स्वामियों ने मुआवजे पर सहमति देते हुए दस्तावेज जमा किए थे जिनके भवन पर निशान लगाया गया है। जिनकी जमीन रजिस्ट्री करा ली गई है उन पर कार्य शुरू हो गया है। उन्होंने आगे बताया की दाल मंडी की रोड सकरी होने के कारण यहां पर बुलडोजर नहीं आ सकता है इसके कारण यहां हथौड़ी एवं ड्रिल मशीन से ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा की दृष्टि से दालमंडी में काफी फोर्स मौजूद थी। कुछ लोगों ने अपनी दुकान भी बंद रखी है।

पीडब्ल्यूडी की तरफ से रविवार को 181 भवन स्वामियों को नोटिस दिया गया था। जिसमें तमाम लोगों ने दस्तावेज जमा कर दिए हैं। सबसे पहली दुकान राकेश शरण और दीपक शरण की तोड़ी जाएगी। इनको 15 लाख रुपए मुआवजा मिला है जिसे दो भाइयों के बीच बांटा गया।