Spread the love

 

भगवान गणेश की पूजा देश में बड़े धूम धाम से मनाया जा रहा है। सेलिब्रेटी, उद्योगपति एवं आम नागरिक भी से अछूते नहीं है, लोग अपनी-अपनी तरीके से गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित कर उनकी वंदना, पूजा एवं आराधना कर रहे हैं। भगवान गणेश के माध्यम से लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए तीन छात्रों ने गणेश जी का एक अनोखा AI मूर्ति बनाया है। जिसको घर में स्थापित करने से आपका घर एवं प्रतिष्ठा रॉबरी, चोरी जैसी घटना होने से बचाया जा सकता है। मकान मालिक एवं प्रतिष्ठा स्वामी के न रहने पर जैसे ही कोई संदिग्ध व्यक्ति आपके घर में एंट्री करता है उसे चिन्हित कर स्वामी को सूचित करने का काम करेगा। जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस या घर का स्वामी बड़ी घटना होने से बचाया जा सकेंगा।

आपको बता दें कि, बीसीए सेकण्ड ईयर की तीन छात्रा प्रिया सिंह, स्नेहा यादव, और अंकिता सिंह ने मिल कर भगवान गणेश की एक ऐसी मूर्ति बनाई हैं, जो भगवान की श्रद्धा और विज्ञान का प्रतिक है। कॉलेज की तीन छात्रों ने टेक्नोलॉजी से लैस भगवान गणेश की AI मूर्ति तैयार की हैं।

प्रिया सिंह ने बताया मूर्ति के नीचे बेस में सेंसर्स लगाए हैं, जो आप के घर और प्रतिष्ठान की रक्षा करेगा। मूर्ति में लगें जीपीएस कॉलिंग अलार्म घर व प्रतिष्ठान को लूट चोरी और रॉबरी जैसी घटनाओं से बचाने के साथ सतर्क कर मुसीबत में जरूरत पड़ने पर पड़ोसी और पुलिस को मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से सूचना पहुंचाने में मदद करता हैं।

छात्रा स्नेहा यादव ने बताया आपातकालीन परिस्थितियों में घर की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। यह मूर्ति विशेष रूप से घर के अन्दर लॉकर के पास ज्वेलरी शॉप रखा जा सकता हैं ।

मूर्ति बनाने में किस किस चीज का हुआ प्रयोग –

अंकिता सिंह ने बताया कि, मूर्ति को बनाने में फायर सेंसर, इन्फ्रारेड सेंसर, रेडियो अलार्म, रिले 5 वोल्ट मॉड्यूल, जीएसएम कॉलिंग चिप, चार्जिंग अलार्म और ट्रांसमीटर-रिसीवर आदि उपकरणों का प्रयोग किया गया है।

मूर्ति में लगे सेंसर सामने से आने वाले पर रखेगा नजर

मूर्ति के अंदर निर्धारित रेंज के अंदर सेंसर लगें हुए है, जैसे कोई ह्यूमन बॉडी हरकत करती है ये सेंसर्स एक्टिव हो कर अलार्म और सेट नम्बर पर कॉल जाना शुरू हो जाता हैं। इसमें आप तीन किसी का भी नंबर सेट कर सकते है। जैसे अपना, अपने परिजनों एवं पुलिस का भी हो सकता है। मूर्ति को किसी भी सामान्य मोबाइल चार्जर से चार्ज किया जा सकता है। यह 2 घंटे चार्जिंग के बाद 15 दिन तक कार्य करने में सक्षम है।

एक फुट की AI गणेश मूर्ति

छात्राओं ने बताया कि यह AI मूर्ति एक फीट की है। जिसको बनाने में आठ हजार रुपये की लागत आई है

गोरखपुर के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के निदेशक डॉ एन के सिंह ने बताया हमारे संस्थान के छात्रों द्वारा देश और समाज के हित में लगातार किया जा रहा प्रयास सराहनीय है। छात्र छात्राएं विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र देश का मान बढ़ाएंगे। मूर्ति को बनाने में 10 दिनों की कड़ी मेहनत लगी है। इसे आईटीएम गीडा के इनोवेशन लैब में संस्थान के शिक्षकों के सहयोग से तैयार किया गया है।


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *