वाराणसी : देश के प्रधानमंत्री एवं वाराणसी के सांसद नरेन्द्र मोदी शनिवार को वाराणसी दौरे पर रहेंगे। हर बार की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी हजारों करोड़ की योजनाओ का सौगात देंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दौरा को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है। वहीं, प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। एसपीजी ने भी कमान संभाल ली है.
पीएम मोदी दोपहर लगभग 1:30 बजे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखेंगे। अपराह्न लगभग 3:15 बजे, प्रधानमंत्री रुद्राक्ष अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर पहुंचेंगे और काशी संसद सांस्कृतिक महोत्सव के समापन समारोह में भाग लेंगे। कार्यक्रम के दौरान वह उत्तरप्रदेश में बने 16 अटल आवासीय विद्यालय का उद्घाटन भी करेंगे।
वाराणसी में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण आधुनिक विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढांचे को विकसित करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम होगा। वाराणसी के गांजरी, राजातालाब में बनने वाला आधुनिक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से 30 एकड़ से अधिक क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। इस स्टेडियम की विषयगत वास्तुकला की प्रेरणा भगवान शिव से ली गई है, जिसमें अर्धचंद्राकार छत के कवर, त्रिशूल के आकार की फ्लड-लाइट, घाट की सीढ़ियों पर आधारित बैठने की व्यवस्था, बिल्विपत्र के आकार की धातु की चादरों के डिजाइन विकसित किए गए हैं। इस स्टेडियम की क्षमता 30 हजार दर्शकों की होगी।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से, उत्तर प्रदेश में लगभग 1115 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए 16 अटल आवासीय विद्यालय, विशेष रूप से मजदूरों, निर्माण श्रमिकों और कोविड-19 महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए शुरू किए गए हैं। इन विद्यालयों का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और बच्चों के समग्र विकास में सहायता करना है। प्रत्येक स्कूल 10-15 एकड़ के क्षेत्र में बनाया गया है जिसमें कक्षाएँ, खेल मैदान, मनोरंजक क्षेत्र, एक मिनी सभागार, छात्रावास परिसर, मेस और कर्मचारियों के लिए आवासीय फ्लैट हैं। इन आवासीय विद्यालयों में प्रत्येक में लगभग 1000 छात्रों को समायोजित किया जाएगा।
काशी की सांस्कृतिक जीवंतता को सशक्त करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण ने काशी संसद सांस्कृतिक महोत्सव की संकल्पना को जन्म दिया है। महोत्सव में 17 विधाओं में 37,000 से अधिक लोगों ने भागीदारी की, जिन्होंने गायन, वाद्ययंत्र वादन, नुक्कड़ नाटक, नृत्य आदि में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। कर्यक्रम के दौरान मेधावी प्रतिभागियों को रुद्राक्ष इंटरनेशनल कॉपरेशन एवं कन्वेंशन सेंटर में अपने सांस्कृतिक कौशल का प्रदर्शन करने का अवसर प्राप्त होगा।