वाराणसी : देश के वीर सपूतों को समर्पित 24वें ‘कारगिल विजय दिवस’ के अवसर पर नमामि गंगे और भारत विकास परिषद ‘आस्था’ के संयुक्त तत्वावधान में राजेंद्र प्रसाद घाट पर मां गंगा, तिरंगा और जवानों की आरती उतारी गई। जवानों पर पुष्प वर्षा करके भव्य स्वागत किया गया । तमाम मुश्किलों को पार करते हुए 26 जुलाई, 1999 को पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल से खदेड़कर दुर्गम चोटियों पर जीत का परचम फहराने वाले जवानों को याद कर कारगिल युद्ध के नायकों की बहादुरी और वीरता को श्रद्धांजलि दी गई।
नमामि गंगे और भारत विकास परिषद ‘आस्था’ के सदस्यों ने सूबेदार फूलचंद खेदर के नेतृत्व में उपस्थित 137 सी ई टी एफ बटालियन (प्रादेशिक सेना) 39 गोरखा राइफल गंगा टास्क फोर्स के जवानों को पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्रम देकर वीर जवानों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट की । टीम ने गंगा किनारे की स्वच्छता कर राष्ट्र जीवन की स्पंदन गंगा, राष्ट्र ध्वज तिरंगा और वीर जवानों का सम्मान करने की अपील की । भारत माता की जय, वंदे मातरम् ,जय हिंद की गूंज से गंगा घाट गुंजायमान हो उठा ।
नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि कारगिल विजय दिवस मां भारती की आन-बान और शान का प्रतीक है। राष्ट्र भक्ति के प्रेरक इस अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के सभी साहसी सपूतों को हमारा शत-शत नमन है । भारत विकास परिषद ‘आस्था’ के प्रांतीय महासचिव रविप्रकाश जायसवाल ने कहा कि कारगिल विजय दिवस पर दुनिया ने हिंदुस्तान का पराक्रम देखा है।
जब देश के जांबाजों ने दुश्मनों को बेदम कर दिया था । आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, भारत विकास परिषद के प्रांतीय महासचिव रविप्रकाश जायसवाल , नमामि गंगे महानगर सहसंयोजक सारिका गुप्ता, महानगर सहसंयोजक बीना गुप्ता, पूजा मौर्या , भारत विकास परिषद के प्रांतीय प्रकल्प प्रमुख रमेश विश्वकर्मा, शाखा अध्यक्ष सरिता विश्वकर्मा, विजय श्रीवास्तव, दिनेश यादव, विकास सिन्हा, अमित श्रीवास्तव , आर.के. श्रीवास्तव, मुकुल झा, सुबोध सिन्हा, पी एन एल श्रीवास्तव, पंकज अग्रहरि आदि उपस्थित रहे ।