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वाराणसी में पर्यटक और श्रद्धालु बड़ी संख्या में देश-विदेश से काशी दर्शन के लिए आते हैं और घाटों के किनारे गंगाजी में स्नान और श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के साथ दर्शनीय स्थलों का भी भ्रमण करते हैं। साल भर में कई विशेष पर्वों के दौरान घाटों पर भारी भीड़ उमड़ी रहती है। इस दौरान प्रशासन को सहयोग करते हुए एनडीआरएफ टीमें उप महानिरीक्षक श्री मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में मोटर बोट, अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरण और अनुभवी व प्रशिक्षित बचावकर्मियों के साथ गंगा घाटों पर तैनात होती हैं। इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ वाराणसी की विशेष मेडिकल टीम को डॉक्टर, पैरामेडीक्स और नर्सिंग स्टाफ के साथ घाटों पर जरुरतमन्द लोगों की सहायता के लिए तैनात किया जाता है।

हाल में हुए गंगा पुष्कर कुंभ महोत्सव में दक्षिण भारत से आये श्रद्धालुओं की सहायता हेतु भी एनडीआरएफ की मेडिकल टीम ने चिकित्सा शिविर लगाया। बारह दिन तक चले गंगा पुष्कर महोत्सव में लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। महोत्सव के दौरान कई लोगों को चिकित्सीय सहायता की भी जरुरत पड़ी, उनके लिए एनडीआरएफ की मेडिकल टीम ने पूरी तत्परता और समर्पण के साथ सहायता प्रदान की। आंध्र प्रदेश से आई एक 60 वर्षीय महिला सला लक्ष्मी नारायम्मा राजघाट की सीढ़ियों से फिसलकर गिर गई और पैर चोटिल हो गया जिसे मेडिकल टीम ने दर्द निवारक दवा के साथ उपचार देकर स्थानीय अस्पताल भिजवाया।

तेलंगाना राज्य से आये 73 वर्षीय रंगारेड्डी नारद घाट पर गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे। मेडिकल टीम ने उनके सिर से हो रहे रक्त के स्त्राव को रोक कर ड्रेसिंग बैंडेज किया और तत्काल अग्रिम उपचार के लिए एम्बुलैंस द्वारा स्थानीय अस्पताल भिजवा दिया। अलीगढ़ ज़िले से आई 65 वर्षीय सरोज शर्मा राजेन्द प्रसाद घाट पर लकड़ी के नाव से उतरते समय गिर गई और पैर में गंभीर चोट आई। महिला दर्द से बिलख रही थी और अपने पैर को हिलाने डुलाने तक में असमर्थ थी। एनडीआरएफ की मेडिकल टीम को जैसे ही घटना की जानकारी मिली टीम ने तुरंत कार्यवाही करते हुए महिला को सुरक्षित घाट के किनारे लाकर उपचार दिया और घायल को राहत पहुँचाने के बाद अग्रिम उपचार हेतु कबीर चौरा अस्पताल भिजवा दिया।
एनडीआरएफ की मेडिकल टीम ने डॉ पंकज गौरव और डॉ विवेक सिंह की देख-रेख में 1200 से अधिक जरुरतमंद लोगों का उपचार एवं चिकित्सीय सहायता प्रदान की, साथ ही निःशुल्क दवा भी वितरित की।

डॉ पंकज गौरव ने बताया कि इस महोत्सव के दौरान टीम ने दशाश्वमेध घाट पर मेडिकल कैंप लगाया और मोटर बोट और वाटर एम्बुलेंस के माध्यम से भी विभिन्न घाटों पर जरुरतमंदों को तत्काल सहायता पहुंचाई गई। मेडिकल टीम में सुमित ओझा, जीतेन्द्र सिंह और देवेन्द्र कुमार ने अपनी सेवाएं दी।


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