Report–Santosh Pandey
सुल्तानपुर : भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य रहे गिरीश नारायण सिंह उर्फ बब्बन सिंह, उनके पुत्र, भतीजे व गुर्गों के काले कारनामों का कच्चा-चिट्ठा खुलने लगा है। सरहंग किस्म के दबंग भू-माफिया गिरीश व उसके लोगों के खिलाफ कोतवाली नगर में रंगदारी का मुकदमा लिखा गया है। गिरीश ही 50 हजार के इनामिया बदमाश अजय नारायण सिंह का शरणदाता है। हाल ही में अजय नारायण ने संविदा चिकित्सक घनश्याम तिवारी की हत्या की थी। इस मामले में पीड़िता की पत्नी ने दूसरी तहरीर में गिरीश के नाम का उल्लेख किया था जिसे पुलिस ने विवेचना में नहीं जोड़ा है।
कादीपुर कोतवाली के टिकरी गांव की रहने वाली सुनीता कुमारी पत्नी बैजनाथ प्रजापति नगर कोतवाली अंतर्गत निराला नगर मोहल्ले में रहती है। पीड़िता सुनीता का आरोप है कि साल 2018 में उसने कोतवाली नगर के नारायणपुर में गाटा संख्या 287 घ भूखंड का बैनामा लिया था, लेकिन दाखिल खारिज के बाद खतौनी में नाम भी दर्ज हो गया। बैनामा ली हुई जमीन पर वो नींव खुदवा कर पिलर तैयार करा रही थी की इस बीच बीते 11 मार्च 2023 को मिस्त्री लेवर जब प्लॉट पर काम कर रहे थे तब भाजपा नेता गिरीश नारायण उर्फ बब्बन सिंह पुत्र स्व अवध नारायण सिंह, उसका भतीजा अजय नारायण सिंह पुत्र जगदीश नारायण सिंह, अरुण सिंह पुत्र विजय बहादुर सिंह और उसका पुत्र आशुतोष सिंह पुत्र गिरीश नारायण सिंह मौके पर पहुंचा और निर्माण कार्य रुकवा दिया था!
वहीं पीड़िता का आरोप है कि इन सभी ने निर्माण कार्य रुकवा दिया था। जब हम मौके पर पहुंचे तो दबंगों ने गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता सुनीता की माने तो दबंगों ने कहा कि हमसे 4 लाख की रंगदारी मांगी गई,और दबंगों ने कहा यहां रहना है तो रुपए देने पड़ेंगे। फिलहाल कोतवाली नगर में पीड़िता की तहरीर पर रंगदारी, मारपीट और गाली-गलौच का मामला दर्ज किया गया है। नगर कोतवाल श्री राम पाण्डेय ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
गिरीश नारायण के भतीजे अजय नारायण पर आरोप है कि बीते 23 सितंबर 2023 को रंगदारी के लिए संविदा चिकित्सक घनश्याम तिवारी की पीट पीट कर नृशंस हत्या कर दी थी। 25 सितंबर को मृतक चिकित्सक की पत्नी ने एसपी को दी दूसरी तहरीर में गिरीश नारायण सिंह व उनके पुत्र भाजयुमो जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह के नाम का उल्लेख किया था। पुलिस अधिकारियों ने तहरीर को विवेचना में शामिल करने की बात कही थी जो दस दिन बाद भी अमल में नहीं आ सकी। अजय नारायण पर 50 हजार का इनाम घोषित है और वो फरार चल रहा है। सीजेएम कोर्ट ने उसके विरुद्ध गैर जमानतीय वारंट जारी करते हुए कुर्की की नोटिस जारी किया है।