वाराणसी।
वाराणसी की गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल बनी श्रीरामलीला समिति फुलवरिया इस वर्ष भी अपनी भव्यता के साथ मंचन के लिए तैयार है। सन 1992 से लगातार आयोजित हो रही यह रामलीला 22 सितम्बर 2025 से शुरू होकर 4 अक्टूबर 2025 तक चलेगी।
समिति के अध्यक्ष हेमंत सिंह ने बताया कि समिति की स्थापना डॉ. एस.के. गुप्ता के मार्गदर्शन में हुई थी और तभी से यह आयोजन लगातार हर वर्ग को जोड़ते हुए सामाजिक समरसता का संदेश दे रहा है। खास बात यह है कि संस्थापक स्व. नजमुद्दीन जी जीवन भर निर्विवाद अध्यक्ष रहे और आज भी उनका परिवार समिति से सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है।
समिति का हर सदस्य स्थानीय है — चाहे मंच पर अभिनय करने वाले कलाकार हों, नृत्य व व्यास मंडल हो या श्रृंगार करने वाले। इस परंपरा ने गाँव और कस्बों की प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया है। समय-समय पर बच्चों और युवाओं को सम्मानित भी किया जाता है ताकि उनमें आत्मविश्वास और उत्साह बढ़े।
इस आयोजन में रामलीला प्रभारी राजेन्द्र पटेल, मेला प्रभारी पिंटू यादव, व्यवस्थापक राजकुमार भारद्वाज समेत कई लोग विशेष भूमिका निभाते हैं। नगरवासियों का तन-मन-धन से मिल रहा सहयोग और प्रशासन का समर्थन समिति के लिए हमेशा प्रेरणादायी रहा है।
इस वर्ष भी राम बारात इमिलिया घाट से भव्य शोभायात्रा के रूप में निकलेगी, जबकि भरत मिलाप की झांकी मानस नगर निवासी सदानंद कुशवाहा के घर से प्रारंभ होगी।