वाराणसी : वाराणसी में एंटी करप्शन टीम ने मंडुवाडीह क्षेत्र में तैनात दरोगा अभय नाथ तिवारी एवं हेड कांस्टेबल शक्ति सिंह यादव को 15 हजार रंगे हाथ घूस लेते पकड़ा है। एंटी करप्शन टीम ने दो पुलिसकर्मियों को कैंट थाने ले गई। जहां पर एंटी करप्शन की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर आगे की विधिक कार्यवाही में जुट गई। शिकायतकर्ता के लिखित शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने कार्यवाही की है। पूरे मामले में मंडुवाडीह इंस्पेक्टर भी गंभीर आरोप लगें है।
वाराणसी के मंडुआडीह थाना क्षेत्र के बौलिया निवासी गोलू गुप्ता ने आरोप लगाया कि उसके घर के पास शराब की दुकान है। दो लोग रात में आएं जो शराब की दुकान का गेट पीटने लगें. दुकान का मैनेजर बाहर निकला जो गाली गलौच करते हुए उसके पांच स्टॉप मिलकर मारपीट करने लगें. लोगों के समझने के बाद मामला शांत हुआ. हम लोग रात में घर चलें आए. उसके बाद अगले दिन 17 तारीख को मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज करा दिया गया.
गोलू गुप्ता ने आगे बताया कि मुकदमा लिखने के बाद पुलिस हमको थाने SHO साहब के ऑफिस पर बुलाई। जहां पर पहले से दरोगा अभय नाथ तिवारी एवं हेड कांस्टेबल शक्ति सिंह यादव एवं तीन सिपाही थे। जो हमको मैनेजर के सामने मारने लगें और हमसे बोले कि तुम वहां पर क्यों गए थे? सभी को मैने बताया कि आप कैमरा चेक कर लीजिए हम नहीं गए थे। जिस पर बोले कि तुम लड़ाई झगड़ा किए हो ना, इस बात को मैने स्वीकार किया कि लड़ाई झगड़ा हुआ है। इस बात को लेकर पुलिसकर्मियों ने मेरी पिटाई कर दी। जिसका दुकान था वो भी मुझे SHO साहब के सामने ऑफिस में मारा गया।
जिसमें गोलू गुप्ता ने बताया कि इसके बाद मेरे भाई को बुलाया गया ₹50 हजार की मांग की गई। रुपया देने पर मुकदमा में नाम न डालने एवं 151 में चालान करने की बात कहीं गई। इसको लेकर 35 हजार में डील की गई। गोलू ने SHO पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वो 35 हजार रुपया लिया है। जब जमानत करने के लिए हम लोग निकलें तो विवेचक ने हम लोगों से रुपया की डिमांड की गई। हम लोग हजार रुपया देने के लिए तैयार हो गए तो वो 15 हजार की मांग करने लगें।
गोलू गुप्ता ने बताया कि आज 15 हजार रुपया लेने के लिए दरोगा अभय नाथ तिवारी ने बुलाएं थे। जिनको पैसा लेते हुए एंटी करेप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ कर गिरफ्तार कर लिया। कैंट थाना प्रभारी ने बताया कि एंटी करप्शन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।