वाराणसी : वाराणसी – आजमगढ़ मार्ग पर रिंग रोड से पांडेयपुर तक सड़क चौड़ीकरण प्रस्तावित है. इसके तहत सड़क की चौड़ाई 26 मीटर प्रस्तावित है। जिसके अनुसार पीडब्ल्यूडी द्वारा लेआउट जारी किया गया था इसके अनुसार सड़क के दोनों तरफ निशान भी लगाया गया था । इसको लेकर सोएपुर के निवासियों द्वारा आपत्ती जारी किया गया है लोगों ने कहा कि वह शासन के द्वारा जारी किए गए चौड़ीकरण का सपोर्ट करते हैं और सड़क के दोनों तरफ से 13 – 13 मीटर तक जमीन अधिग्रहण कर सड़क चौड़ा किया जाए । इसको लेकर सोएपुर के वासियों द्वारा जिलाधिकारी एसडीएम एवं मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई है।
वाराणसी के सोएपुर क्षेत्र वासियों द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया है जिसमें पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क मार्ग चौड़ा करने के लिए प्रस्ताव जारी किया गया है । जिसके लिए मढ़वा- सोयेपुर क्षेत्र में सड़क चौड़ीकरण के लिए नापी की गई है. ये नापी कई बार होने पर सोयेपुर क्षेत्र के स्थानीय नागरिक आपत्ति दर्ज करा रहे है। उनका कहना है की सड़क के बीचों बीच से दोनों तरफ से 13 – 13 फुट की नापी कर सड़क चौड़ीकरण किया जाए पर ऐसा नहीं किया जा रहा है ।
स्थानीय नागरिक अभिमन्यु विश्वकर्मा ने बताया की 605 नम्बर रोड पूरा मढ़वा में है । उसकी चौड़ाई कही 22, तो कहीं 23 या 24 मीटर है जो पूरी तरह से सरकार की जमीन है । जिस पर उन लोगों ने निर्माण किया है। अभिमन्यु ने आगे बताया की जो लेखपाल है वो लोकल है, जो चार- पांच माह से नापी चल रही है,उनकी नापी से संदेह पैदा करता है वो पिछली बार नापी किये थे अब उसको कम बता रहे है, जो सोयेपुर कि जमीन अधिक लेना चाहते है। इसको लेकर हम लोगों ने जिलाधिकारी एवं एसडीएम व मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत किया गया पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुआ है।
सोयेपुर निवासी विजय प्रकाश दुबे ने बताया की रिंग रोड से 26 मीटर रोड प्रस्तावित चौड़ीकरण पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जाना है। 2 महीना पहले पीडब्ल्यूडी द्वारा दोनों तरफ निशान लगाया गया था विजय कुमार का कहना है कि पश्चिम दिशा के साइड के लोग अपना निशान मिटा कर दूसरा निशान लगा दिए हैं। जिसका हम लोग मुख्यमंत्री के पोर्टल पर जिलाधिकारी एवं तहसील में सब जगह दरख्वास्त लगाए हुए हैं । इसके एक हफ्ता बाद पी डब्लू के लोग लेखपाल को ले फिर से नापी करने पहुंचे थे हमारा एक आना है कि आजमगढ़ रोड जो पुरानी है उतना लेने के बाद उनको बंजर एवं जीएस की जमीन लेनी चाहिए। बंजर एवं जीएस की जमीन लेने के बाद एक लेआउट बनाएं, जिसमें यह तय करें कि किसका जमीन लिया जा रहा है किसको को मुआवजा देना है। विजय कुमार दुबे ने आरोप लगाते हुए कहा कि मढ़वा के एक प्रभावी व्यक्ति हैं जो अपने प्रभाव में ले कर गलत नापी कराने का काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर ज्यादा जमीन एक तरफ से लेने से पूरा घर चले जाने से हम लोग बेघर हो जाएंगे और सरकार से मुआवजे की मांग करेंगे लेकिन सरकार अगर बंजर एवं जीएस की जमीन पर रोड बनाने का काम करती है तो उसको मुआवजा नहीं देना पड़ेगा