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वाराणसी : पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण गंगा ने विकराल रूप ले लिया है, लगातार तूफान पर चल रही हैं, वाराणसी की बात करें तो वाराणसी में 84 घाटों का संपर्क टूट चुका है. गंगा में नाव चलाने पर रोक लगा दी गई है. मणिकर्णिका एवं हरिश्चंद्र घाट पर दाह संस्कार के स्थान बदलकर ऊपर किया जा रहें हैं. और गंगा आरती सांकेतिक रूप से घाट के छत पर की जा रही है.

अस्सी घाट का सुबह बनारस मंच डूब गया है. वाराणसी मंडलायुक्त एसराज लिंगम ने बताया कि खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही है. तीन घर डूब चुके हैं। लोगों को रहता बचाव कार्य करने के लिए निर्देश दे दिया गया है. गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. 2 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गंगा बढ़ रही है.

मंडलायुक्त एस राजलिंगम, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, डीसीपी गौरव बंसवाल सहित आलाधिकारी बुधवार को आदिकेशव घाट से रविदास घाट तक निरीक्षण किया है. इस दौरान मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने बताया कि काशी में गंगा ऊफान पर है. खतरे के निशान से एक मीटर नीचे है. इसको देखते हुए गंगा के तटीय क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया है. इस दौरान सलारपुर में तीन घर डूबे हुए हैं उन्हें बाहर सुरक्षित स्थानों पर किया गया है.

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मंडला आयुक्त एस राजलिंगम ने बताया कि गंगा तटीय क्षेत्र के लोगों को बाढ़ से निपटने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है. तीन घर डूबे हुए हैं.

मंडलायुक्त ने आगे कहा कि बाढ़ पीड़ित क्षेत्र को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो उसको लेकर सारी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई है. लोगों को निर्देश दिए गए हैं की बाढ़ से निपटने के लिए तैयार रहें और बाढ़ से पीड़ित लोगों को जल्द से जल्द सुविधा पहुंचाई जाए.


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